Thursday, June 12, 2025
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Bajrang Baan with Lyrics – Lakhbir Singh Lakha

बजरंग बाण एक अत्यंत शक्तिशाली और लोकप्रिय हिंदू स्तोत्र (मंत्रात्मक स्तुति) है, जो भगवान हनुमान जी की स्तुति में रचा गया है। इसे श्रद्धापूर्वक पढ़ने से भय, नकारात्मक ऊर्जा, कष्ट, भूत-प्रेत बाधा, शत्रु भय, और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।

बजरंग बाण का परिचय:

  • रचना: पारंपरिक रूप से इसे गोस्वामी तुलसीदास जी की रचना माना जाता है (हालांकि शास्त्रीय प्रमाण सीमित हैं)।
  • भाषा: अवधी / ब्रज मिश्रित हिंदी।

शब्दार्थ:

  • बजरंग = वज्र के समान बलशाली (हनुमान जी का एक नाम)
  • बाण = तीर (शब्दों के रूप में एक दैवी अस्त्र)

पाठ विधि (कैसे करें):

  • स्नान करके शुद्ध मन से हनुमान जी की मूर्ति/चित्र के सामने बैठें।
  • दीपक जलाएँ, चंदन, फूल, और गुड़-चने का भोग अर्पित करें।
  • मंगलवार या शनिवार को विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।
  • श्रद्धा से बजरंग बाण का पाठ करें।

सावधानियाँ:

  • इसे अत्यंत श्रद्धा और मर्यादा के साथ पढ़ें।
  • कुछ परंपराओं में इसे सिर्फ विशेष स्थितियों (जैसे भय, बाधा या संकट) में ही पढ़ने की सलाह दी जाती है।
  • नियमित पाठ करना चाहें तो गुरु या अनुभवी व्यक्ति से मार्गदर्शन लें।

Bajrang Baan Lyrics

  • English
  • Hindi

Nishchay Prem Pratiti Te
Vinay Karein Sanmaan
Tehi Ke Kaaraj
Sakal Shubh
Siddh Karein Hanuman

Jai Hanumant
Sant Hitkaari
Sunn Lije Prabhu
Araj Hamari
Jan Ke Kaaj
Vilamba Na Kijai

Aatur Dauri
Mahasukh Dijai
Jaise Kudi
Sindhu Mahipara
Sursa Badan

Paithi Vistaara
Aage Jaay
Lankini Roka
Marehu Laat
Gayi Sur Loka

Jaaye Vibhishan Ko
Sukh Dinha
Sita Nirakh
Parampad Linha
Baag Ujaari

Sindhu Mah Bora
Ati Aatur
Jamakatar Tora
Akshaya Kumar Ko
Maari Sanhaara

Loom Lapet
Lank Ko Jaara
Laah Samaan
Lank Jar Gayi
Jai Jai Dhuni

Surpur Mein Bhayi
Ab Vilamb
Kehi Kaaran Swami
Krupa Karahu
Urr Antaryami

Jai Jai Lakhan
Praan Ke Daata
Aatur Hoi
Dukh Harhu Nipata

Jai Giridhar
Jai Jai Sukhsaagar
Sur Samuh
Samrath Bhatnaagar
Om Hanu Hanu Hanu

Hanumant Hathile
Vairihi Maaru
Vajrah Ki Keele
Gada Vajra Lai
Bairihi Maaro

Maharaj Prabhu
Daas Ubaro
Omkaar Hunkaar
Mahaprabhu Dhaavo
Vraj Gada Hanu

Vilamb Na Laavo
Om Hrim Hrim Hrim
Hanumant Kapisa
Om Hun Hun Hun Hanu
Ari Urr Sheesha

Satya Hohu Hari
Shapath Paike
Ram Doot Dharu
Maaru Jaike

Jai Jai Jai
Hanumant Agadha
Dukh Pawat Jan
Kehi Apradha
Pooja Jap Tap

Nem Achaara
Nahin Jaanat Hou
Daas Tumhara
Van Upavan
Mag Girigruha Maahin

Tumhare Bal
Hum Darpat Nahin
Paay Parou Kar
Jori Manaavo
Yahi Avasar

Ab Kehi Gauharavo
Jai Anjani Kumar Balwanta
Shankar Suvan Veer Hanumanta
Badan Karaal
Kaal Kul Ghalak

Ram Sahay
Sada Pratipalak
Bhoot Pret
Pishach Nishachar
Agni Betaal

Kaal Maari Mar
Inhein Maaru Tohi
Shapath Ram Ki
Raakhu Naath Marjaad
Naam Ki

Janaksuta Haridas Kahaavo
Taaki Shapath Vilamb Na Laavo
Jai Jai Jai
Dhuni Hot Akaasa
Sumirat Hot
Dusah Dukh Naasha

Charan Sharan Kar
Jori Manaavo
Yehi Avasar
Ab Kehi Gauhraavo

Uth Uth Chalu
Tohi Ram Duhaai
Paay Parou Kar
Jori Manaai

Om Cham Cham Cham Cham
Chapal Chalanta
Om Hanu Hanu Hanu Hanu Hanumanta
Om Ham Ham Haank Det

Kapi Chanchal
Om San San Sahami Paraane
Khal Dal
Apne Jan Ko
Turat Ubaaro

Sumirat Hoy
Anand Hamaarou
Yah Bajrang Baan
Jehi Marai
Tahi Kaho Phir

Kaun Ubaare
Paath Karai Bajarang Baan Ki
Hanumat Raksha Karai Praan Ki

Yah Bajarang Baan Jo Japai
Tate Bhoot Pret Sab Kaanpe
Dhoop Dey Aur Japai Humesha
Take Tan Nahin Rahai Kalesha
Dhoop Dey Aur Japai Humesha
Take Tan Nahin Rahai Kalesha

Prem Pratitahi Kapi Bhajai
Sada Dharein Urr Dhyan
Tehi Ke Kaaraj Sakal Shubh
Siddha Karain Hanuman

निश्चय प्रेम प्रतीति ते
विनय करैं सनमान
तेहि के कारज
सकल शुभ
सिद्ध करैं हनुमान

जय हनुमन्त
संत हितकारी
सुन लीजै प्रभु
अरज हमारी
जन के काज
विलम्ब न कीजै

आतुर दौरि
महासुख दीजै
जैसे कूदी
सिन्धु महिपारा
सुरसा बदन

पैठी विस्तारा
आगे जाय
लंकिनी रोका
मारेहु लात
गई सुर लोका

जाय विभीषण को
सुख दीन्हा
सीता निरख
परमपद लीन्हा
बाग़ उजारि

सिन्धु मह बोरा
अति आतुर
जमकातर तोरा
अक्षय कुमार को
मारि संहारा

लूम लपेट
लंक को जारा
लाह समान
लंक जर गई
जय जय धुनि

सुरपुर में भई
अब विलम्ब
केहि कारन स्वामी
कृपा करहु
उर अन्तर्यामी

जय जय लखन
प्राण के दाता
आतुर होई
दु:ख हरहु निपाता

जय गिरिधर
जय जय सुखसागर
सुर समूह
समरथ भटनागर
ॐ हनु हनु हनु

हनुमंत हठीले
वैरिहि मारु
वज्र की कीले
गदा वज्र लै
बैरिहिं मारो

महाराज प्रभु
दास उबारो
ओमकार हुंकार
महाप्रभु धावो
व्रज गदा हनु

विलम्ब न लावो
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं
हनुमंत कपीसा
ॐ हुं हुं हुं हनु
अरि उर शीशा

सत्य होहु हरि
शपथ पाइकै
राम दूत धरु
मारु जाय के

जय जय जय
हनुमंत अगाधा
दुख पावत जन
केहि अपराधा
पूजा जप तप

नेम अचारा
नहिं जानत हौ
दास तुम्हारा
वन उपवन

मग गिरिगृह माहीं
तुम्हरे बल
हम डरपत नाहीं
पाँय परौं कर
जोरि मनावौं

यही अवसर
अब केहि गौहरावो
जय अंजनि कुमार बलवंता
शंकर सुवन वीर हनुमंता

बदन कराल
काल कुल घालक
राम सहाय
सदा प्रतिपालक

भूत प्रेत
पिशाच निशाचर
अग्नि बेताल
काल मारी मर
इन्हें मारु तोहि

शपथ राम की
राखु नाथ मरजाद
नाम की
जनकसुता हरिदास कहावौ
ताकी शपथ विलम्ब न लावौ

जय जय जय
धुनि होत अकासा
सुमिरत होत
दुसह दुःख नाशा

चरण शरण कर
जोरि मनावौ
यहि अवसर
अब केहि गोहरावौं

उठु उठु चलु
तोहि राम दुहाई
पायँ परौं कर
जोरि मनाई

ॐ चं चं चं चं
चपल चलंता
ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता
ॐ हँ हँ हाँक देत

कपि चंचल
ॐ सं सं सहमि पराने
खल दल

अपने जन को
तुरत उबारौ
सुमिरत होय
आनंद हमारौ

यह बजरंग बाण
जेहि मारै
ताहि कहो फिर
कौन उबारै

पाठ करै बजरंग बाण की
हनुमत रक्षा करै प्राण की
यह बजरंग बाण जो जापै
ताते भूत प्रेत सब काँपै

धूप देय और जपै हमेशा
ताके तन नहिं रहै कलेशा
धूप देय और जपै हमेशा
ताके तन नहिं रहै कलेशा

प्रेम प्रतीतहि कपि भजै
सदा धरैं उर ध्यान
तेहि के कारज सकल शुभ
सिद्घ करैं हनुमान

Credits:

  • Title: Bajrang Baan
  • Singer: Lakhbir Singh Lakha
  • Lyrics: Traditional
  • Music Director: Mahesh Prabhakar, Ashwani Panwar
  • Concept: Ashwani Panwar
  • Edit & Gfx: Mind Pro
  • Music Label: Music Nova

Full Audio Song Available On

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