गोविंद हरे गोपाल हरे” एक अत्यंत प्रसिद्ध कृष्ण भजन है, जो भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न नामों का उच्चारण करते हुए उनकी महिमा का गुणगान करता है। यह भजन विशेष रूप से भक्तों के बीच भक्ति, प्रेम और समर्पण की भावना को जागृत करता है।
भजन का अर्थ और भावार्थ
- गोविंद, गोपाल, और हरे — ये सभी भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न नाम हैं, जो उनके विभिन्न रूपों और गुणों को दर्शाते हैं।
- “गोविंद हरे गोपाल हरे” का अर्थ है: “हे गोविंद! हे गोपाल! हे भगवान! आपकी महिमा अपरंपार है।”
- इस भजन में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं, उनके दिव्य गुणों और भक्तों के प्रति उनकी अनंत कृपा का वर्णन किया गया है।
भजन का गायन और स्थान:
यह भजन विशेष रूप से कीर्तन, सत्संग और मंदिरों में गाया जाता है। इसके मधुर बोल और लयबद्ध संगीत भक्तों को एकाग्रचित्त कर भगवान के प्रति प्रेम और भक्ति की भावना को जागृत करते हैं।
Govind Hare Gopal Hare Lyrics:
- English
- Hindi
Govind Hare
Gopal Hare
Jai Jai Dinanath
Dayal Hare
Govind Hare
Gopal Hare
Jai Jai Dinanath
Dayal Hare
Govind Hare
Gopal Hare
Jai Jai Dinanath
Dayal Hare
Govind Hare
Gopal Hare
Jai Jai Dinanath
Dayal Hare
गोविंद हरे
गोपाल हरे
जय जय दीनानाथ
दयाल हरे
गोविंद हरे
गोपाल हरे
जय जय दीनानाथ
दयाल हरे
गोविंद हरे
गोपाल हरे
जय जय दीनानाथ
दयाल हरे
गोविंद हरे
गोपाल हरे
जय जय दीनानाथ
दयाल हरे
Credits:
- Title: Govind Hare Gopal Hare
- Singer: Manoj Mishra
- Lyrics: Traditional
- Music Director: Sohini Mishra
- Edit & Gfx: Prem Graphics PG
- Music Label: Music Nova