Thursday, June 12, 2025
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Hanuman Chalisa with Lyrics – Shailendra Bhartti

हनुमान चालीसा एक अत्यंत प्रसिद्ध और शक्तिशाली भक्ति स्तोत्र है, जो भगवान हनुमान जी की महिमा का वर्णन करता है। यह भक्तों द्वारा संकट, भय, रोग, और शत्रु बाधाओं से मुक्ति पाने हेतु नियमित रूप से पढ़ा जाता है। इसमें 40 चौपाइयाँ होती हैं, इसीलिए इसे “चालीसा” कहा जाता है (चालीसा = चालीस पदों वाला)।

हनुमान चालीसा पाठ के लाभ:

लाभविवरण
भय नाशकभूत-प्रेत, नकारात्मक ऊर्जा और भय से रक्षा करता है।
रोग और कष्टों से मुक्तिस्वास्थ्य लाभ और मानसिक शांति देता है।
शत्रु बाधा से सुरक्षाशत्रुओं का नाश और विजय प्राप्त होती है।
बल, बुद्धि, विद्याआत्मबल, एकाग्रता और सफलता बढ़ती है।
आध्यात्मिक उन्नतिभक्ति, ध्यान और आत्मसंपर्क में सहायता करता है।

पाठ का समय:

दिनमहत्व
मंगलवारहनुमान जी का विशेष दिन
शनिवारशनि दोष और संकट निवारण हेतु
रोज़संकटों से सुरक्षा और आत्मबल हेतु

Hanuman Chalisa Lyrics:

  • English
  • Hindi

Shri Guru Charan Sarooja Raj
Nija Manu Mukuru Sudhaari
Barnau Raghubar Bimal Jasu
Jo Daayeku Phal Chaari
Buddhiheen Tanu Jaanike
Sumirau Pavan Kumaar
Bal Buddhi Bidya Dehu Mohi
Harahu Kales Bikaar

Jai Hanuman Gyaan Gun Sagar
Jai Kapis Teehun Lok Ujagar
Ram Doot Atulit Bal Dhama
Anjani Putra Pavansut Nama

Mahabir Bikram Bajrangi
Kumati Nivaar Sumati Ke Sangi
Kanchan Baran Biraaj Subesa
Kaanan Kundal Kunchit Kesa

Haath Bajra Aau Dhwaja Biraaje
Kaandhe Moonj Janeu Saaje
Sankar Suvan Kesarinandan
Tej Prataap Maha Jag Bandan

Bidyabaan Guni Ati Chaatur
Ram Kaaj Karibe Ko Aatur
Prabhu Charitra Sunibe Ko Rasiya
Ram Lakhan Sita Mann Basiya

Sukshma Roop Dhari Siyahin Dikhawa
Bikat Roop Dhari Lanka Jarawa
Bheem Roop Dhari Asur Sanhaare
Ramchandra Ke Kaaj Sanwaare

Laaye Sajivan Lakhan Jiyaaye
Shri Raghubeer Harashi Ur Laaye
Raghupati Keenhi Bahut Badai
Tum Mum Priy Bharat Hi Sam Bhai

Sahas Badan Tumhro Jas Gaavein
As Kahi Shripati Kanth Lagavein
Sankadik Bramhadi Munisa
Narad Sarad Sahit Ahisa

Yam Kuber Digpaal Jahan Te
Kavi Kobid Kahi Sake Kahaan Te
Tum Upkaar Sugreevhin Kinha
Ram Milaaye Raaj Pad Dinha

Tumhro Mantra Vibhishan Maana
Lankeswar Bhaye Sab Jag Jana
Jug Sahastra Yojan Par Bhaanu
Lilyo Taahi Madhur Phal Jaanu

Prabhu Mudrika Meli Mukh Maahi
Jaldhi Laanghi Gaye Achraj Naahi
Durgam Kaaj Jagat Ke Jete
Sugam Anugraha Tumhre Tete

Ram Dooare Tum Rakhwaare
Hoat Na Aagya Binu Paisare
Sab Sukh Lahai Tumhari Sarna
Tum Rakhshak Kaahu Ko Darna

Aapan Tej Samharo Aapai
Teeno Lok Haank Te Kaanpen
Bhoot Pisaach Nikat Nahi Aave
Mahabir Jab Naam Sunave

Naasai Rog Harai Sab Peera
Japat Nirantar Hanumat Beera
Sankat Te Hanuman Chhoodave
Mann Krama Bachan Dhyaan Jo Laave

Sab Par Ram Tapasvi Raja
Tin Ke Kaaj Sakal Tum Saaja
Aur Manorath Jo Koi Laave
Soi Amit Jivan Phal Paave

Chaaro Jug Partaap Tumhara
Hai Parsiddh Jagat Ujiyara
Saadhu Sant Ke Tum Rakhwaare
Asur Nikandan Ram Dulaare

Asht Siddhi Nau Nidhi Ke Daata
As Bar Deen Janki Maata
Ram Rasayan Tumhare Paasa
Sada Raho Raghupati Ke Daasa

Tumhare Bhajan Ram Ko Paave
Janam Janam Ke Dukh Bisraave
Antakaal Raghubar Pur Jaayee
Jahan Janam Hari Bhakt Kahayee

Aur Devta Chitt Na Dharayi
Hanumat Sei Sarva Sukh Karayi
Sankat Kate Mite Sab Peera
Jo Sumirai Hanumat Balbira

Jai Jai Jai Hanuman Gosaai
Kripa Karahun Gurudev Ki Naai
Jo Sat Baar Paath Kar Koi
Chhootahin Bandi Maha Sukh Hoyi

Jo Yeh Padhe Hanuman Chalisa
Hoye Siddhi Saakhi Gaurisa
Tulsidas Sada Hari Chera
Kije Naath Hridaya Mahn Dera
Kije Naath Hridaya Mahn Dera
Kije Naath Hridaya Mahn Dera

Pavantanaye Sankat Haran
Mangal Moorti Roop
Ram Lakhan Sita Sahit
Hridaya Basahu Soor Bhoop

श्री गुरु चरण सरोज रज
अपने मन का दर्पण साफ कर
मैं रघुवर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ
जो चारों फलों (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) को देने वाला है
मैं बुद्धिहीन शरीर वाला जानकर
पवनपुत्र हनुमान का स्मरण करता हूँ
मुझे बल, बुद्धि और ज्ञान दीजिए
और मेरे कष्टों व दोषों को हर लीजिए

जय हनुमान ज्ञान और गुणों के सागर
जय वानरराज, तीनों लोकों में प्रकाश फैलाने वाले
राम के दूत, अपार बल के धाम
अंजनी पुत्र, पवनसुत नाम

महावीर, पराक्रमी, वज्रदेही
बुद्धिहीनता को हटाकर अच्छी बुद्धि के साथी
सोने जैसे शरीर वाले, सुंदर वस्त्रों से सजे
कानों में कुंडल और घुंघराले बाल

हाथ में वज्र और ध्वजा शोभा देते हैं
कंधे पर जनेऊ और मूंज की सजावट
शंकर के अवतार, केसरी नंदन
तेज और प्रभाव से पूरी दुनिया आपकी वंदना करती है

विद्वान, गुणी और बहुत चतुर
राम के काम करने को सदा तैयार
प्रभु के चरित्र सुनने के प्रेमी
राम, लक्ष्मण और सीता के मन में बसने वाले

सूक्ष्म रूप में सीता को दर्शन दिए
भयंकर रूप में लंका को जलाया
भीषण रूप में राक्षसों का नाश किया
रामचंद्र का काम सफल किया

संजीवनी लाकर लक्ष्मण को जीवन दिया
श्री रघुवीर ने प्रसन्न होकर गले लगाया
रघुपति ने बहुत प्रशंसा की
तुम मुझे भरत के समान प्रिय हो

सहस्त्र मुख तुम्हारा यश गाते हैं
ऐसा कहकर श्रीपति ने गले लगाया
सनक, ब्रह्मा, नारद, सरस्वती और शेषनाग भी
तुम्हारी महिमा का वर्णन नहीं कर सकते

यमराज, कुबेर, और दिक्पाल
कवि और पंडित भी तुम्हारी महिमा नहीं बता सकते
तुमने सुग्रीव की सहायता की
राम से मिलवाया और उन्हें राज्य दिलवाया

तुम्हारे सुझाव को विभीषण ने माना
और सबने जाना कि वह लंका का राजा बना
दो सहस्र योजन दूर सूर्य था
तुमने उसे मीठा फल समझ कर निगल लिया

प्रभु की अंगूठी मुंह में रखकर
समुद्र पार कर गए, यह कोई आश्चर्य नहीं
संसार के सभी कठिन कार्य
तुम्हारे अनुग्रह से आसान हो जाते हैं

राम के द्वार पर तुम रक्षक हो
बिना अनुमति कोई प्रवेश नहीं कर सकता
जो भी तुम्हारी शरण में आता है, उसे सुख मिलता है
तुम रक्षक हो, तो किसी को डर क्यों हो

अपनी शक्ति को तुम स्वयं नियंत्रित करते हो
तीनों लोक तुम्हारी हुंकार से कांपते हैं
भूत-पिशाच पास नहीं आते
जब महावीर हनुमान का नाम सुनते हैं

रोग नष्ट होते हैं, सारी पीड़ा जाती है
जो लगातार वीर हनुमान का जाप करता है
संकटों से हनुमान छुड़ाते हैं
जो मन, वचन और कर्म से ध्यान लगाते हैं

राम तपस्वी राजा हैं
उनका सारा कार्य तुमने पूरा किया
जो भी मनोकामना लेकर आता है
उसे अमूल्य जीवन फल मिलता है

चारों युगों में तुम्हारा प्रभाव है
तुम्हारा यश सारे जग में प्रसिद्ध है
संतों और साधुओं के रक्षक
राक्षसों के संहारक और राम के प्यारे

आठ सिद्धियाँ और नौ निधियों के दाता
ऐसा वर माता जानकी ने दिया है
राम नाम अमृत तुम्हारे पास है
सदा रघुपति के दास बने रहो

तुम्हारे भजन से राम को पाया जा सकता है
जन्म-जन्म का दुख मिट जाता है
अंत समय में रघुवर के धाम जाओगे
जहां राम भक्त बनकर जन्म मिलेगा

दूसरे देवताओं की ओर ध्यान नहीं जाता
केवल हनुमान ही सब सुख देने वाले हैं
संकट कटते हैं, सारी पीड़ा मिटती है
जो वीर हनुमान का स्मरण करता है

जय जय जय हनुमान गोसाईं
कृपा करो जैसे गुरु की कृपा होती है
जो सौ बार पाठ करे
बांधन कटते हैं और महान सुख मिलता है

जो यह हनुमान चालीसा पढ़ता है
वह सिद्धि को प्राप्त करता है – इसकी साक्षी गौरीशंकर हैं
तुलसीदास सदा भगवान का सेवक है
हे नाथ, मेरे हृदय में निवास कीजिए
हे नाथ, मेरे हृदय में निवास कीजिए
हे नाथ, मेरे हृदय में निवास कीजिए

पवनपुत्र संकट हरने वाले
मंगलमय रूप
राम, लक्ष्मण और सीता के साथ
मेरे हृदय में वास करो, हे सूर्यवंश के राजा

Credits:

  • Title: Hanuman Chalisa
  • Singer: Shailendra Bhartti
  • Music Director: Shreerang Aras
  • Lyrics: Traditional
  • VFX: Tanmay Pawar
  • Music Label: Music Nova

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