“मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो” एक बहुत प्रसिद्ध भक्ति गीत (भजन) है, जो भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित है। इसमें बालकृष्ण (बचपन के श्रीकृष्ण) की एक मनोरम और चंचल छवि प्रस्तुत की गई है।
भावार्थ:
यह पंक्ति श्रीकृष्ण के बचपन की उस प्रसिद्ध लीला को दर्शाती है जब वे मक्खन चुराकर खाते थे और फिर पकड़ने पर मासूम बनकर इनकार कर देते थे। यह बाललीला, बालकृष्ण की शरारतों, भोलेपन, और मातृप्रेम का सुंदर उदाहरण है।
गीत का भावार्थ विस्तार से:
श्रीकृष्ण की मां यशोदा उन्हें मक्खन चोरी करने पर डांटती हैं, और बालकृष्ण पूरी मासूमियत से सफाई देते हैं:
- “मैया मोरी, मैं नहीं माखन खायो” – मैंने मक्खन नहीं खाया।
- “छींके पे जो रखे, थे मटकी मैं बैठ के, बानर ले गए चुरायो” – बंदर ले गए होंगे, मैंने नहीं लिया।
- “मोरी अंखियाँ क्यों लाल भईया?” – जब मां पूछती हैं, आंखें लाल क्यों हैं (क्योंकि तुम मक्खन खाकर आए हो), तो वे कोई और बहाना बना देते हैं।
महत्त्व:
- वात्सल्य भक्ति (भक्ति का मातृभाव):
इस गीत में भक्त भगवान को एक बालक के रूप में देखता है — जो शरारती है, लेकिन प्यारा है। यह भक्त और भगवान के रिश्ते में प्रेम, अपनापन और स्नेह को दर्शाता है।
- लीलामय प्रभु:
भगवान का यह रूप हमें बताता है कि ईश्वर केवल पूज्य नहीं, बल्कि हमारे अपने भी हैं — जिनसे हम प्रेम कर सकते हैं, हँस सकते हैं, नाराज़ हो सकते हैं।
- सांस्कृतिक प्रभाव:
यह भजन भारत के घरों, मंदिरों और त्योहारों (जैसे जन्माष्टमी) में बहुत प्रिय है, और बच्चों द्वारा मंचन में भी प्रस्तुत किया जाता है।
Maiya Mori Main Nahin Makhan Khayo Lyrics:
- English
- Hindi
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
O Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Bhor Bhayo
Gaiyan Ke Pachhe
Bhor Bhayo
Gaiyan Ke Pachhe
Madhuban Mohin Pathayo
Chaar Pahar
Bansibat Bhatkyo
Chaar Pahar
Bansibat Bhatkyo
Sanjh Pare Ghar Aayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
O Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Main Balak
Bahiyan Ko Chhoto
Main Balak
Bahiyan Ko Chhoto
Chhinko Kihi Bidhi Payo
Gwaal Baal
Sab Bair Pare Hain
Babas Mukh Lapatayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Kaisa Makhan Chor Kanha
Tu Janani
Mann Ki Ati Bhori
Tu Janani
Mann Ki Ati Bhori
Inake Kahe Patiayo
Jiya Tere Kachhu
Bhed Upaji Hai
Jani Parayo Jayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
O Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Yah Lai Apani
Lakuti Kamariya
Yah Lai Apani
Lakuti Kamariya
Bahutahi Naach Nachayo
Bahutahi Naach Nachayo
Surdas Tab Bihansi Jasoda
Surdas Tab Bihansi Jasoda
Lai Ur Kanth Lagayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
O Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
O Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
Maiya Mori
Main Nahi Makhan Khayo
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
ओ मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
भोर भयो
गैयन के पछे
भोर भयो
गैयन के पछे
मधुबन मोहिं पठायो
चार पहर
बंसीबट भटक्यो
चार पहर
बंसीबट भटक्यो
सांझ परे घर आयो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
ओ मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
मैं बालक
बैयाँ को छोटो
मैं बालक
बैयाँ को छोटो
छींको कही विधि पायो
ग्वाल बाल
सब बैर परे हैं
बाबस मुख लपटायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
कैसा माखन चोर कन्हा
तु जननी
मन की अति भोली
तु जननी
मन की अति भोली
इनके कहे पतियायो
जिया तेरे कछु
भेद उपजी है
जानी परेओ जायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
ओ मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
यह लाय अपनी
लकुटी कमरिया
यह लाय अपनी
लकुटी कमरिया
बहुतैहि नाच नचायो
बहुतैहि नाच नचायो
सूरदास तब बिहंसी यशोदा
सूरदास तब बिहंसी यशोदा
लाय उर कंठ लगायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
ओ मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
ओ मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
मैया मोरी
मैं नहीं माखन खायो
Credits:
- Title: Maiya Mori Main Nahin Makhan Khayo
- Singer: Sangeeta Pant
- Music Director: Sangeeta Pant
- Lyrics: Traditional
- Additional Lyrics: Sangeeta Pant
- Music Producer: Shivi Sareen & Suraj Shakya
- Additional Vocals: Shivi Sareen
- Mix Master: Nilesh Patel
- Edit & Gfx: Prem Graphics PG
- Music Label: Music Nova