“कर्पूर गौरं” एक प्राचीन और अत्यंत पवित्र संस्कृत स्तोत्र (श्लोक) है, जो भगवान शिव की स्तुति के रूप में गाया जाता है। यह श्लोक शिव आरती या पूजा के अंत में अक्सर बोला या गाया जाता है।
अर्थ:
जो कपूर के समान गौर वर्ण वाले हैं, करुणा के सागर हैं,
इस संसार के सार (सत्य) हैं, जिनके गले में सर्पों की माला है।
जो सदा अपने भक्तों के हृदय रूपी कमल में निवास करते हैं,
मैं उन भगवान शिव और माता भवानी के साथ स्थित ‘भव’ को प्रणाम करता हूँ।
Karpur Gauram Lyrics:
- English
- Sanskrit
Karpoor Gauram Karunavtaaram
Sansar Saaram Bhujagendra Haaram
Sadaa Vasantam Hridayara Vindhe
Bhavam Bhavani Sahitam Namami
Karpoor Gauram Karunavtaaram
Sansar Saaram Bhujagendra Haaram
Sadaa Vasantam Hridayara Vindhe
Bhavam Bhavani Sahitam Namami
Karpoor Gauram Karunavtaaram
Sansar Saaram Bhujagendra Haaram
Sadaa Vasantam Hridayara Vindhe
Bhavam Bhavani Sahitam Namami
Karpoor Gauram Karunavtaaram
Sansar Saaram Bhujagendra Haaram
Sadaa Vasantam Hridayara Vindhe
Bhavam Bhavani Sahitam Namami
कर्पूर गौरं करुणावतारम्
संसार सारं भुजगेन्द्र हारम्
सदा वसन्तं हृदयार विन्दे
भवं भवानी सहितं नमामि
कर्पूर गौरं करुणावतारम्
संसार सारं भुजगेन्द्र हारम्
सदा वसन्तं हृदयार विन्दे
भवं भवानी सहितं नमामि
कर्पूर गौरं करुणावतारम्
संसार सारं भुजगेन्द्र हारम्
सदा वसन्तं हृदयार विन्दे
भवं भवानी सहितं नमामि
कर्पूर गौरं करुणावतारम्
संसार सारं भुजगेन्द्र हारम्
सदा वसन्तं हृदयार विन्दे
भवं भवानी सहितं नमामि
Credits:
- Title: Karpoor Gauram Karunavtaram Lofi
- Singer: Sohini Mishra
- Lyrics: Traditional
- Music Label: Music Nova
- Music Director: Sohini Mishra
- Edit & Gfx: Mind Pro