नारायण गायत्री मंत्र एक पवित्र वैदिक मंत्र है जो भगवान नारायण (भगवान विष्णु) की स्तुति और ध्यान के लिए जपा जाता है। यह मंत्र गायत्री छंद में होता है, जो कि 24 अक्षरों का विशेष वैदिक छंद है और हर देवता के लिए अलग-अलग गायत्री मंत्र होते हैं।
शब्दार्थ और भावार्थ:
- ॐ – परमेश्वर का पवित्र बीज मंत्र
- नारायणाय विद्महे – हम नारायण (सर्वव्यापक विष्णु) को जानने का प्रयास करें
- वासुदेवाय धीमहि – वासुदेव (भगवान विष्णु) का ध्यान करें
- तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् – वह विष्णु हमारे बुद्धि को प्रोत्साहित करें, हमें मार्ग दिखाएँ
जप और लाभ:
- यह मंत्र ध्यान, भक्ति और शांति के लिए जपा जाता है।
- इससे मन शांत होता है, ईश्वर से जुड़ाव बढ़ता है और सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है।
- इसे प्रातः या संध्याकाल में 108 बार जपना शुभ माना जाता है।
Narayana Gayatri Mantra Lyrics:
- English
- Sanskrit
OM Narayanaya Vidmahe
Vasudevaya Dhimahi
Tanno Vishnu Prachodayat
Tanno Vishnu Prachodayat
Tanno Vishnu Prachodayat
OM Narayanaya Vidmahe
Vasudevaya Dhimahi
Tanno Vishnu Prachodayat
Tanno Vishnu Prachodayat
Tanno Vishnu Prachodayat
ॐ नारायणाय विद्महे
वासुदेवाय धीमहि
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
ॐ नारायणाय विद्महे
वासुदेवाय धीमहि
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
तन्नो विष्णु: प्रचोदयात्
Credits:
- Title: Narayan Gayatri Mantra
- Singer: Pallavi Kelkar
- Music Director: Shreerang Aras
- Music Label: Music Nova